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Hanuman Chalisa In Hindi PDF : हनुमान चालीसा हिन्दू धर्म के महत्वपूर्ण ग्रंथों में से एक है। इसे हमारे पुराणों में वर्णित हनुमानजी की महानता, शक्ति और प्रेम का प्रतीक माना जाता है। हनुमान चालीसा के बोल और उनकी मान्यताओं के आधार पर हनुमान भक्तों को आनंद, शांति और समृद्धि का आश्वासन देते हैं। यह सम्पूर्णता के साथ सुंदर एवं गहरी भावनाओं को संक्षिप्त रूप में व्यक्त करती है और उन्हें समझने की सरलता प्रदान करती है। हनुमान चालीसा की पीडीएफ फाइल सभी भक्तगणों के लिए एक महत्वपूर्ण साधन है। इसे यहां निःशुल्क प्राप्त करें।
श्री हनुमान चालीसा हिंदी में Pdf |Hanuman Chalisa In Hindi
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Table of Contents
Hanuman Chalisa In Hindi PDF Details
PDF Name | Hanuman chalisa in hindi pdf |
Number Of Pages | 80 |
PDF Size | 5.76 MB |
Last Update | May 2023 |
Category | |
Tag | Hanuman Chalisa |
Hanuman Chalisa Hindi Lyrics
दोहा
श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारि ।
बरनउँ रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि ॥
बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन कुमार
बल बुधि विद्या देहु मोहि, हरहु कलेश विकार
चौपाई
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर
जय कपीस तिहुँ लोक उजागर॥१॥
राम दूत अतुलित बल धामा
अंजनि पुत्र पवनसुत नामा॥२॥
महाबीर बिक्रम बजरंगी
कुमति निवार सुमति के संगी॥३॥
कंचन बरन बिराज सुबेसा
कानन कुंडल कुँचित केसा॥४॥
हाथ बज्र अरु ध्वजा बिराजे
काँधे मूँज जनेऊ साजे॥५॥
शंकर सुवन केसरी नंदन
तेज प्रताप महा जगवंदन॥६॥
विद्यावान गुनी अति चातुर
राम काज करिबे को आतुर॥७॥
प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया
राम लखन सीता मनबसिया॥८॥
सूक्ष्म रूप धरि सियहि दिखावा
विकट रूप धरि लंक जरावा॥९॥
भीम रूप धरि असुर सँहारे
रामचंद्र के काज सवाँरे॥१०॥
लाय सजीवन लखन जियाए
श्री रघुबीर हरषि उर लाए॥११॥
रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई
तुम मम प्रिय भरत-हि सम भाई॥१२॥
सहस बदन तुम्हरो जस गावै
अस कहि श्रीपति कंठ लगावै॥१३॥
सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा
नारद सारद सहित अहीसा॥१४॥
जम कुबेर दिगपाल जहाँ ते
कवि कोविद कहि सके कहाँ ते॥१५॥
तुम उपकार सुग्रीवहि कीन्हा
राम मिलाय राज पद दीन्हा॥१६॥
तुम्हरो मंत्र बिभीषण माना
लंकेश्वर भये सब जग जाना॥१७॥
जुग सहस्त्र जोजन पर भानू
लिल्यो ताहि मधुर फ़ल जानू॥१८॥
प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माही
जलधि लाँघि गए अचरज नाही॥१९॥
दुर्गम काज जगत के जेते
सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते॥२०॥
राम दुआरे तुम रखवारे
होत ना आज्ञा बिनु पैसारे॥२१॥
सब सुख लहैं तुम्हारी सरना
तुम रक्षक काहु को डरना॥२२॥
आपन तेज सम्हारो आपै
तीनों लोक हाँक तै कापै॥२३॥
भूत पिशाच निकट नहि आवै
महावीर जब नाम सुनावै॥२४॥
नासै रोग हरे सब पीरा
जपत निरंतर हनुमत बीरा॥२५॥
संकट तै हनुमान छुडावै
मन क्रम वचन ध्यान जो लावै॥२६॥
सब पर राम तपस्वी राजा
तिनके काज सकल तुम साजा॥२७॥
और मनोरथ जो कोई लावै
सोई अमित जीवन फल पावै॥२८॥
चारों जुग परताप तुम्हारा
है परसिद्ध जगत उजियारा॥२९॥
साधु संत के तुम रखवारे
असुर निकंदन राम दुलारे॥३०॥
अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता
अस बर दीन जानकी माता॥३१॥
राम रसायन तुम्हरे पासा
सदा रहो रघुपति के दासा॥३२॥
तुम्हरे भजन राम को पावै
जनम जनम के दुख बिसरावै॥३३॥
अंतकाल रघुवरपुर जाई
जहाँ जन्म हरिभक्त कहाई॥३४॥
और देवता चित्त ना धरई
हनुमत सेई सर्व सुख करई॥३५॥
संकट कटै मिटै सब पीरा
जो सुमिरै हनुमत बलबीरा॥३६॥
जै जै जै हनुमान गुसाईँ
कृपा करहु गुरु देव की नाई॥३७॥
जो सत बार पाठ कर कोई
छूटहि बंदि महा सुख होई॥३८॥
जो यह पढ़े हनुमान चालीसा
होय सिद्ध साखी गौरीसा॥३९॥
तुलसीदास सदा हरि चेरा
कीजै नाथ हृदय मह डेरा॥४०॥
दोहा
पवन तनय संकट हरन, मंगल मूरति रूप।
राम लखन सीता सहित, हृदय बसहु सुर भूप॥
हनुमान चालीसा का पाठ हिंदी में महत्ता
हनुमान चालीसा के प्रमुख बोल वाले ग्रंथों में से एक है। यह हिन्दी भाषा में लिखी गई है और ४० दोहों से मिलकर बनी है। हनुमान चालीसा में गुणगान, महिमा, आशीर्वाद, उपासना और भक्ति के संकेत हैं। इसे पढ़ने या सुनने से हनुमानजी के कृपापात्र होने की प्राप्ति होती है और भक्त को समस्त संकटों से बचाने की क्षमता मिलती है।
ॐ जय जगदीश हरे आरती (Om Jai Jagdish Hare Aarti PDF) Hindi
हनुमान चालीसा की महत्ता वेद पुराणों और अनेक पुस्तकों में वर्णित है। इसका पाठ, सुनने या रोज़ाना एक या दो बार पढ़ने से हनुमानजी आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। चाहे आपको धन-सम्पदा की आवश्यकता हो या फिर संकटों से रक्षा की, हनुमान चालीसा आपके लिए आदर्श विधान है।
हनुमान चालीसा के कुछ महत्वपूर्ण पंक्तियाँ | Hanuman Chalisa Some Important Lines
हनुमान चालीसा के प्रमुख बोल भारतीय संस्कृति में गौरवपूर्ण स्थान रखते हैं। इसके कुछ प्रमुख पंक्तियाँ इस प्रकार हैं:
श्रीगुरु चरण सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि।
वर्णन: हनुमान चालीसा की प्रारंभिक पंक्ति में प्रथम चरण में हनुमानजी के पादारविंदों की पूजा की गई है। इस पंक्ति से हनुमान चालीसा का पाठ शुरू होता है।
जय हनुमान ज्ञान गुण सागर।
वर्णन: यह पंक्ति हनुमानजी के ज्ञान, बुद्धि और गुणों की स्तुति करती है। हनुमानजी को सभी विद्याओं और ज्ञान के स्रोत के रूप में मान्यता प्राप्त है।
महावीर विक्रम बजरंगी।
वर्णन: इस पंक्ति में हनुमानजी की महानता, बहादुरी और वीरता का वर्णन है। वे बजरंगबली के नाम से भी प्रसिद्ध हैं और अपराजेय हैं।
कंचन बरन बिराज सुबेसा।
वर्णन: इस पंक्ति में हनुमानजी की सुंदरता, प्रभावशाली स्वरूप और चमकदार वस्त्रों की स्तुति की गई है। उनका स्वरूप आकर्षक है और उनकी आभा चारों दिशाओं में व्याप्त है।
जय हनुमान ज्ञान गुण सागर।
वर्णन: यह पंक्ति हनुमानजी के ज्ञान, बुद्धि और गुणों की स्तुति करती है। हनुमानजी को सभी विद्याओं और ज्ञान के स्रोत के रूप में मान्यता प्राप्त है।
इन पंक्तियों के अतिरिक्त भी हनुमान चालीसा में कई महत्त्वपूर्ण पंक्तियाँ हैं जो हनुमानजी की शक्ति, प्रेम और उपास्यता का प्रतीक हैं।
हनुमान चालीसा के लाभ |Benefits of Hanuman Chalisa
हनुमान चालीसा के पठन या सुनने के लाभ अनगिनत हैं। इसके महत्वपूर्ण लाभों में से कुछ निम्नलिखित हैं:
संकट निवारण: हनुमान चालीसा का पाठ करने या सुनने से सभी प्रकार के संकटों, दुःखों और कष्टों से निवृत्ति मिलती है। हनुमानजी की कृपा से सभी अड़चनें दूर होती हैं और जीवन में सुख शांति का आभास होता है।
रोग नाश: हनुमान चालीसा के नियमित पाठ से शारीरिक और मानसिक बीमारियों का नाश होता है। हनुमानजी की कृपा से रोगों का नाश होता है और शरीर में नई ऊर्जा का संचार होता है।
भक्ति और समर्पण: हनुमान चालीसा के पाठ से हनुमानजी के प्रति भक्ति और समर्पण की भावना उत्पन्न होती है। इसके द्वारा भक्त अपने मन में आनंद और शांति का अनुभव करते हैं और आत्मिक संयम प्राप्त करते हैं।
विद्या में सफलता: हनुमान चालीसा का पाठ करने से विद्यार्थियों को अध्ययन में सफलता मिलती है। हनुमानजी के आशीर्वाद से बुद्धि और स्मृति शक्ति में सुधार होती है और पढ़ाई में अच्छे अंक प्राप्त होते हैं।
सुख-शांति की प्राप्ति: हनुमान चालीसा के पाठ से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है। हनुमानजी की कृपा से परिवार में सुख-शांति बनी रहती है और सभी कार्यों में समृद्धि आती है।
हनुमान चालीसा की पीडीएफ |Hanuman chalisa in Pdf
हनुमान चालीसा की पीडीएफ फाइल विभिन्न स्रोतों से आसानी से उपलब्ध होती है। इसे आप इंटरनेट से डाउनलोड करके प्राप्त कर सकते हैं और इसे प्रिंट करके अपने प्रिय देवता हनुमानजी के सामर्थ्य, महिमा और प्रेम का आदर्श बना सकते हैं।
हनुमान चालीसा की पीडीएफ फाइल का उपयोग करके आप इसे अपने मोबाइल फोन, कंप्यूटर या टैबलेट पर संग्रहित कर सकते हैं और कभी भी और कहीं भी हनुमान चालीसा का पाठ कर सकते हैं। यह एक सुविधाजनक और उपयोगी साधन है जो हर हनुमान भक्त के लिए महत्वपूर्ण है।